मरे हुए आशिक़ कि दास्तान...
बहोत कोशिशे कियी पर आप तो हलख में जा बसी हो....
सास ले नही सकते, और मरनेको जी नही चाहता...
जिंदा रहने का बहाना हो आप...जीने कि जरुरत हो आप...
हम तो आपके प्यार में जीते जी मर गये...मरने कि बजाह भी हो आप...
जीने कि ख्याइश हमे नही थी...मगर आपको पानेकी तमन्ना मरने नही देती...
मरके भी एक बार उठ ही लेते हम, जनाजे पे अगर आप आती....
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